Friday, 20 June 2025

हर वर्ष 21 जून 2025 को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब एक वैश्विक परंपरा बन चुका है, और इस परंपरा को गर्व और उल्लास के साथ निभाया रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी, बिहार ने भी।

 

🌿 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025:


रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 


रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में स्वास्थ्य और संयम का उत्सव

हर वर्ष 21 जून 2025 को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब एक वैश्विक परंपरा बन चुका है, और इस परंपरा को गर्व और उल्लास के साथ निभाया रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी, बिहार ने भी।

📅 21 जून 2025 की सुबह:

सवेरे की शांत और ताज़गी भरी हवाओं के बीच स्कूल का प्रांगण योगमय हो उठा। छात्र, शिक्षक और स्टाफ सभी पोशाक में तैयार होकर अनुशासन के साथ योग अभ्यास के लिए एकत्र हुए।

🧘‍♂️ योग सत्र की शुरुआत:

कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के Director  श्रीमान अमरेंद्र सिंह जी द्वारा की गई, जिन्होंने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में कहा:

"योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, यह हमारे जीवन को संतुलन, शांति और स्वास्थ्य से भर देता है।"

इसके पश्चात अनुभवी योग प्रशिक्षिका श्रीमती संगीता कुमारी ने सभी को सरल और प्रभावशाली योगासन कराए, जिनमें शामिल थे:

  • सूर्य नमस्कार

  • ताड़ासन

  • वृक्षासन

  • त्रिकोणासन

  • भुजंगासन

  • प्रणायाम एवं ध्यान तकनीकें

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 


"योग अपनाएं, रोग मिटाएं,

सुख-शांति से जीवन सजाएं।"


रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 


"स्वस्थ बालक, सशक्त भारत – योग अपनाएं, जीवन मुस्कुराएं!"





🎤 छात्रों की भागीदारी:

छात्रों ने न केवल योगाभ्यास किया बल्कि योग पर भाषण, कविताएं और पोस्टर प्रदर्शनी में भी भाग लिया।
कक्षा 8 के छात्र बलराम कुमार ने योग पर अपने भाषण में कहा:

"योग वह शक्ति है जो शरीर और आत्मा को जोड़ती है – यह हमें तनाव से मुक्ति दिलाकर आत्मविश्वास देता है।"

🏅 पुरस्कार वितरण:

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र दिए गए। साथ ही सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट ऑफ पार्टिसिपेशन भी प्रदान किया गया।


रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 


रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 


रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में आयोजित यह योग दिवस कार्यक्रम 

📸 यादगार क्षण:

पूरे कार्यक्रम को विद्यालय की मीडिया टीम ने रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर साझा किया, ताकि छात्रों की ऊर्जा और प्रयासों को अभिभावकों और समाज तक पहुंचाया जा सके।


💬 निष्कर्ष:

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी का यह योग दिवस आयोजन न केवल एक स्वास्थ्य अभियान था, बल्कि यह एक सकारात्मक जीवनशैली की ओर कदम था।
विद्यालय ने यह संदेश दिया कि —

"पढ़ाई के साथ-साथ सेहत भी ज़रूरी है – और योग से यह संतुलन संभव है।"

🧘‍♀️ योग अपनाएं, जीवन सुखमय बनाएं!

Director:-
Amrendra Singh
ROYAL DIGI PUBLIC SCHOOL
Rajnagar Madhubani Bihar.

Saturday, 14 June 2025

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में मनाया गया विश्व नेत्रदान दिवस हर साल 10 जून को पूरी दुनिया में विश्व नेत्रदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना और यह समझाना है कि हम अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं। रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में इस विशेष अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को नेत्रदान की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। एक विशेष प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारत में लाखों लोग दृष्टिहीन हैं, जो किसी और के नेत्रदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। 🌟 क्या है नेत्रदान? नेत्रदान का अर्थ है मृत्यु के बाद अपनी आंखें (कॉर्निया) दान करना ताकि किसी नेत्रहीन व्यक्ति को दुनिया देखने का अवसर मिल सके। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, जिसमें कोई खर्च नहीं आता, और यह पूरी तरह सुरक्षित होता है। 👁️ नेत्रदान की आवश्यकता क्यों? भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है। केवल 30-40 हजार ही उपलब्ध हो पाते हैं। एक नेत्रदाता दो दृष्टिहीन लोगों की मदद कर सकता है। 📚 स्कूल में आयोजित गतिविधियाँ: कक्षा 1 से 8 तक छात्रों ने नेत्रदान पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने सुंदर चित्रों के माध्यम से नेत्रदान का संदेश दिया। एक छोटी डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई जिसमें नेत्रदान की प्रक्रिया और इसके फायदे को सरल भाषा में बताया गया। 🌈 संदेश: हम सभी को यह समझना होगा कि नेत्रदान एक मानवता का सबसे उज्ज्वल कार्य है। यह केवल एक जोड़ी आंखों का दान नहीं है, बल्कि किसी के जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का माध्यम है। "मरने के बाद कुछ ऐसा कर जाइए, कि किसी और की आँखों से ये दुनिया देख पाएं आप!" रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से यह अपील करता है कि वे नेत्रदान के विषय में चर्चा करें, जानकारी लें, और यदि संभव हो तो नेत्रदान के लिए संकल्प लें। #WorldEyeDonationDay #नेत्रदान_महादान #RoyalDigiSchool #DonateEyes #SchoolAwareness

 

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में मनाया गया विश्व नेत्रदान दिवस




हर साल 10 जून को पूरी दुनिया में विश्व नेत्रदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना और यह समझाना है कि हम अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं।


रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में इस विशेष अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को नेत्रदान की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। एक विशेष प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारत में लाखों लोग दृष्टिहीन हैं, जो किसी और के नेत्रदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।




🌟 क्या है नेत्रदान?

नेत्रदान का अर्थ है मृत्यु के बाद अपनी आंखें (कॉर्निया) दान करना ताकि किसी नेत्रहीन व्यक्ति को दुनिया देखने का अवसर मिल सके। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, जिसमें कोई खर्च नहीं आता, और यह पूरी तरह सुरक्षित होता है।




👁️ नेत्रदान की आवश्यकता क्यों?

भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है।


केवल 30-40 हजार ही उपलब्ध हो पाते हैं।


एक नेत्रदाता दो दृष्टिहीन लोगों की मदद कर सकता है।




📚 स्कूल में आयोजित गतिविधियाँ:



कक्षा 1 से 8 तक छात्रों ने नेत्रदान पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया।


पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने सुंदर चित्रों के माध्यम से नेत्रदान का संदेश दिया।


एक छोटी डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई जिसमें नेत्रदान की प्रक्रिया और इसके फायदे को सरल भाषा में बताया गया।




🌈 संदेश:



हम सभी को यह समझना होगा कि नेत्रदान एक मानवता का सबसे उज्ज्वल कार्य है। यह केवल एक जोड़ी आंखों का दान नहीं है, बल्कि किसी के जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का माध्यम है।




"मरने के बाद कुछ ऐसा कर जाइए,

कि किसी और की आँखों से ये दुनिया देख पाएं आप!"




रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से यह अपील करता है कि वे नेत्रदान के विषय में चर्चा करें, जानकारी लें, और यदि संभव हो तो नेत्रदान के लिए संकल्प लें।


#WorldEyeDonationDay #नेत्रदान_महादान #RoyalDigiSchool #DonateEyes #SchoolAwareness

“रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल – गुणवत्ता शिक्षा, उज्ज्वल भविष्य!” राजनगर, मधुबनी, बिहार

 

“रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल – गुणवत्ता शिक्षा, उज्ज्वल भविष्य!”
राजनगर, मधुबनी, बिहार

सभी छात्र, अभिभावक और शिक्षकगण कृपया सूचित किया जाता है कि विद्यालय गर्मी अवकाश हेतु [17-06-2025] से [30-06-2025] तक बंद रहेगा। विद्यालय पुनः [01/07/2025] को साधारण रूप से खुल जाएगा। कृपया इसका संज्ञान रखें और अवकाश का सदुपयोग स्वास्थ्य, मानसिक शांति, एवं नए ज्ञान अर्जित करने में करें। हॉस्टल खुला रहेगा। हॉस्टल में बच्चों को कोई छुट्टी नहीं है। अतः आपसे निवेदन है कि आप बच्चों को घर ना ले जाएं। धन्यवाद! 🎓रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल राजनगर, मधुबनी, बिहार 📞 9289714745 | 8851515309


 सभी छात्र, अभिभावक और शिक्षकगण कृपया सूचित किया जाता है कि विद्यालय गर्मी अवकाश हेतु [17-06-2025] से [30-06-2025] तक बंद रहेगा।

विद्यालय पुनः [01/07/2025] को साधारण रूप से खुल जाएगा।

कृपया इसका संज्ञान रखें और अवकाश का सदुपयोग स्वास्थ्य, मानसिक शांति, एवं नए ज्ञान अर्जित करने में करें।

हॉस्टल खुला रहेगा। हॉस्टल में बच्चों को कोई छुट्टी नहीं है। अतः आपसे निवेदन है कि आप बच्चों को घर ना ले जाएं।

धन्यवाद!

🎓रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल

राजनगर, मधुबनी, बिहार

📞 9289714745 | 8851515309

Monday, 9 June 2025

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में मनाया गया विश्व नेत्रदान दिवस हर साल 10 जून को पूरी दुनिया में विश्व नेत्रदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना और यह समझाना है कि हम अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं। रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में इस विशेष अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को नेत्रदान की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। एक विशेष प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारत में लाखों लोग दृष्टिहीन हैं, जो किसी और के नेत्रदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। 🌟 क्या है नेत्रदान? नेत्रदान का अर्थ है मृत्यु के बाद अपनी आंखें (कॉर्निया) दान करना ताकि किसी नेत्रहीन व्यक्ति को दुनिया देखने का अवसर मिल सके। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, जिसमें कोई खर्च नहीं आता, और यह पूरी तरह सुरक्षित होता है। 👁️ नेत्रदान की आवश्यकता क्यों? भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है। केवल 30-40 हजार ही उपलब्ध हो पाते हैं। एक नेत्रदाता दो दृष्टिहीन लोगों की मदद कर सकता है। 📚 स्कूल में आयोजित गतिविधियाँ: कक्षा 1 से 8 तक छात्रों ने नेत्रदान पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने सुंदर चित्रों के माध्यम से नेत्रदान का संदेश दिया। एक छोटी डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई जिसमें नेत्रदान की प्रक्रिया और इसके फायदे को सरल भाषा में बताया गया। 🌈 संदेश: हम सभी को यह समझना होगा कि नेत्रदान एक मानवता का सबसे उज्ज्वल कार्य है। यह केवल एक जोड़ी आंखों का दान नहीं है, बल्कि किसी के जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का माध्यम है। "मरने के बाद कुछ ऐसा कर जाइए, कि किसी और की आँखों से ये दुनिया देख पाएं आप!" रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से यह अपील करता है कि वे नेत्रदान के विषय में चर्चा करें, जानकारी लें, और यदि संभव हो तो नेत्रदान के लिए संकल्प लें। [ www.rdpsschool.com ] #WorldEyeDonationDay #नेत्रदान_महादान #RoyalDigiSchool #DonateEyes #SchoolAwareness


 रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में मनाया गया विश्व नेत्रदान दिवस


हर साल 10 जून को पूरी दुनिया में विश्व नेत्रदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना और यह समझाना है कि हम अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं।

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में इस विशेष अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को नेत्रदान की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। एक विशेष प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारत में लाखों लोग दृष्टिहीन हैं, जो किसी और के नेत्रदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

🌟 क्या है नेत्रदान?
नेत्रदान का अर्थ है मृत्यु के बाद अपनी आंखें (कॉर्निया) दान करना ताकि किसी नेत्रहीन व्यक्ति को दुनिया देखने का अवसर मिल सके। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, जिसमें कोई खर्च नहीं आता, और यह पूरी तरह सुरक्षित होता है।

👁️ नेत्रदान की आवश्यकता क्यों?
भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है।

केवल 30-40 हजार ही उपलब्ध हो पाते हैं।

एक नेत्रदाता दो दृष्टिहीन लोगों की मदद कर सकता है।

📚 स्कूल में आयोजित गतिविधियाँ:
कक्षा 1 से 8 तक छात्रों ने नेत्रदान पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया।

पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने सुंदर चित्रों के माध्यम से नेत्रदान का संदेश दिया।

एक छोटी डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई जिसमें नेत्रदान की प्रक्रिया और इसके फायदे को सरल भाषा में बताया गया।

🌈 संदेश:
हम सभी को यह समझना होगा कि नेत्रदान एक मानवता का सबसे उज्ज्वल कार्य है। यह केवल एक जोड़ी आंखों का दान नहीं है, बल्कि किसी के जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का माध्यम है।

"मरने के बाद कुछ ऐसा कर जाइए,
कि किसी और की आँखों से ये दुनिया देख पाएं आप!"

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से यह अपील करता है कि वे नेत्रदान के विषय में चर्चा करें, जानकारी लें, और यदि संभव हो तो नेत्रदान के लिए संकल्प लें।
[ www.rdpsschool.com ]
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रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में मनाया गया विश्व नेत्रदान दिवस हर साल 10 जून को पूरी दुनिया में विश्व नेत्रदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना और यह समझाना है कि हम अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं। रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में इस विशेष अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को नेत्रदान की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। एक विशेष प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारत में लाखों लोग दृष्टिहीन हैं, जो किसी और के नेत्रदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। 🌟 क्या है नेत्रदान? नेत्रदान का अर्थ है मृत्यु के बाद अपनी आंखें (कॉर्निया) दान करना ताकि किसी नेत्रहीन व्यक्ति को दुनिया देखने का अवसर मिल सके। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, जिसमें कोई खर्च नहीं आता, और यह पूरी तरह सुरक्षित होता है। 👁️ नेत्रदान की आवश्यकता क्यों? भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है। केवल 30-40 हजार ही उपलब्ध हो पाते हैं। एक नेत्रदाता दो दृष्टिहीन लोगों की मदद कर सकता है। 📚 स्कूल में आयोजित गतिविधियाँ: कक्षा 1 से 8 तक छात्रों ने नेत्रदान पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने सुंदर चित्रों के माध्यम से नेत्रदान का संदेश दिया। एक छोटी डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई जिसमें नेत्रदान की प्रक्रिया और इसके फायदे को सरल भाषा में बताया गया। 🌈 संदेश: हम सभी को यह समझना होगा कि नेत्रदान एक मानवता का सबसे उज्ज्वल कार्य है। यह केवल एक जोड़ी आंखों का दान नहीं है, बल्कि किसी के जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का माध्यम है। "मरने के बाद कुछ ऐसा कर जाइए, कि किसी और की आँखों से ये दुनिया देख पाएं आप!" रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से यह अपील करता है कि वे नेत्रदान के विषय में चर्चा करें, जानकारी लें, और यदि संभव हो तो नेत्रदान के लिए संकल्प लें। #WorldEyeDonationDay #नेत्रदान_महादान #RoyalDigiSchool #DonateEyes #SchoolAwareness

 

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में मनाया गया विश्व नेत्रदान दिवस


हर साल 10 जून को पूरी दुनिया में विश्व नेत्रदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना और यह समझाना है कि हम अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं।
रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में इस विशेष अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को नेत्रदान की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। एक विशेष प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारत में लाखों लोग दृष्टिहीन हैं, जो किसी और के नेत्रदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

🌟 क्या है नेत्रदान?
नेत्रदान का अर्थ है मृत्यु के बाद अपनी आंखें (कॉर्निया) दान करना ताकि किसी नेत्रहीन व्यक्ति को दुनिया देखने का अवसर मिल सके। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, जिसमें कोई खर्च नहीं आता, और यह पूरी तरह सुरक्षित होता है।

👁️ नेत्रदान की आवश्यकता क्यों?
भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है।
केवल 30-40 हजार ही उपलब्ध हो पाते हैं।
एक नेत्रदाता दो दृष्टिहीन लोगों की मदद कर सकता है।

📚 स्कूल में आयोजित गतिविधियाँ:

कक्षा 1 से 8 तक छात्रों ने नेत्रदान पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने सुंदर चित्रों के माध्यम से नेत्रदान का संदेश दिया।
एक छोटी डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई जिसमें नेत्रदान की प्रक्रिया और इसके फायदे को सरल भाषा में बताया गया।

🌈 संदेश:

हम सभी को यह समझना होगा कि नेत्रदान एक मानवता का सबसे उज्ज्वल कार्य है। यह केवल एक जोड़ी आंखों का दान नहीं है, बल्कि किसी के जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का माध्यम है।

"मरने के बाद कुछ ऐसा कर जाइए,
कि किसी और की आँखों से ये दुनिया देख पाएं आप!"

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से यह अपील करता है कि वे नेत्रदान के विषय में चर्चा करें, जानकारी लें, और यदि संभव हो तो नेत्रदान के लिए संकल्प लें।
#WorldEyeDonationDay #नेत्रदान_महादान #RoyalDigiSchool #DonateEyes #SchoolAwareness

 

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में मनाया गया विश्व नेत्रदान दिवस


हर साल 10 जून को पूरी दुनिया में विश्व नेत्रदान दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करना और यह समझाना है कि हम अपनी मृत्यु के बाद भी किसी की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं।
रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल, राजनगर, मधुबनी में इस विशेष अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को नेत्रदान की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। एक विशेष प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारत में लाखों लोग दृष्टिहीन हैं, जो किसी और के नेत्रदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

🌟 क्या है नेत्रदान?
नेत्रदान का अर्थ है मृत्यु के बाद अपनी आंखें (कॉर्निया) दान करना ताकि किसी नेत्रहीन व्यक्ति को दुनिया देखने का अवसर मिल सके। यह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है, जिसमें कोई खर्च नहीं आता, और यह पूरी तरह सुरक्षित होता है।

👁️ नेत्रदान की आवश्यकता क्यों?
भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है।
केवल 30-40 हजार ही उपलब्ध हो पाते हैं।
एक नेत्रदाता दो दृष्टिहीन लोगों की मदद कर सकता है।

📚 स्कूल में आयोजित गतिविधियाँ:

कक्षा 1 से 8 तक छात्रों ने नेत्रदान पर भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने सुंदर चित्रों के माध्यम से नेत्रदान का संदेश दिया।
एक छोटी डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई जिसमें नेत्रदान की प्रक्रिया और इसके फायदे को सरल भाषा में बताया गया।

🌈 संदेश:

हम सभी को यह समझना होगा कि नेत्रदान एक मानवता का सबसे उज्ज्वल कार्य है। यह केवल एक जोड़ी आंखों का दान नहीं है, बल्कि किसी के जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का माध्यम है।

"मरने के बाद कुछ ऐसा कर जाइए,
कि किसी और की आँखों से ये दुनिया देख पाएं आप!"

रॉयल डिजी पब्लिक स्कूल सभी विद्यार्थियों और अभिभावकों से यह अपील करता है कि वे नेत्रदान के विषय में चर्चा करें, जानकारी लें, और यदि संभव हो तो नेत्रदान के लिए संकल्प लें।
#WorldEyeDonationDay #नेत्रदान_महादान #RoyalDigiSchool #DonateEyes #SchoolAwareness